उत्तराखंड में सात नामांकन हुए निरस्त, अब चुनावी मैदान में हैं 56 प्रत्याशी; नामांकन वापसी का ये है आखिरी दिन
1 min readलोकसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्रों की जांच में हरिद्वार लोकसभा सीट पर सात प्रत्याशियों के नामांकन पत्र विभिन्न तकनीकी त्रुटियों के चलते निरस्त कर दिए गए हैं। यहां 14 प्रत्याशियों के नामांकन सही पाए गए हैं। प्रदेश की अन्य चार लोकसभा सीटों टिहरी गढ़वाल, गढ़वाल, अल्मोड़ा व नैनीताल-ऊधम सिंह नगर में सभी प्रत्याशियों के नामांकन सही पाए गए हैं। इस तरह अब 56 प्रत्याशी मैदान में रह गए हैं। 30 मार्च को नाम वापसी का अंतिम दिन है। इसके बाद चुनावी मोर्चे पर डटे प्रत्याशियों को लेकर तस्वीर साफ हो जाएगी।प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए 20 मार्च से नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ हुई थी। 27 मार्च को नामांकन की अंतिम तिथि थी। इस अवधि में कुल 63 प्रत्याशियों ने पांच लोकसभा सीटों के लिए नामांकन पत्र दाखिल किए।
नामांकन पत्रों की हुई जांच
गुरुवार को नामांकन पत्रों की जांच की गई। जांच में हरिद्वार लोकसभा सीट से भारतीय युवा एकता पार्टी के सूरज सिंह रावत, भारतीय सेवक पार्टी के संदीप कुमार, मजदूर किसान यूनियन पार्टी के गौतम, एकम सनातन भारत दल के स्वामी दामोदराचार्य, निर्दलीय प्रबोध चंद डबराल, रोहित कश्यप व अकील अहमद के नामांकन विभिन्न तकनीकी कारणों से निरस्त कर दिए गए।
यहां से निरस्त हुआ नामांकन
वहीं, अल्मोड़ा सीट पर उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशी ने निर्धारित प्रारूप में फार्म ए को मूलरूप से उपलब्ध नहीं कराया। ऐसे में वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेंगे। नामांकन पत्रों की जांच के बाद अब हरिद्वार लोकसभा सीट पर 14, टिहरी गढ़वाल लोकसभा सीट पर 11, गढ़वाल लोकसभा सीट पर 13, अल्मोड़ा लोकसभा सीट पर आठ और नैनीताल-ऊधम सिंह नगर लोकसभा सीट पर 10 प्रत्याशी मैदान में रह गए है।
30 मार्च को नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि 30 मार्च को नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि है। इसके बाद प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न आवंटित कर दिए जाएंगे।