December 23, 2024

देहरादून में खिलौना और वस्त्र दान अभियान शुरू किया गया

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Toy and clothes donation campaign started in Dehradun

यह पहल गरीबों की मदद के लिए की गई थी और पीपीएफआई के संस्थापक पंखुड़ी शर्मा जोशी ने कहा कि संगठन की स्थापना जनवरी 2024 में की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य गरीब और असहाय बच्चों और आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं की मदद करना है। उन्होंने इस अभियान के तहत एकत्र किए गए कपड़े, किताबें और खिलौने पुश्त गबर बस्ती और सारावाला गांवों में वितरित करने की घोषणा की। इस अभियान में संस्था के कई सदस्यों ने हिस्सा लिया. उन्होंने भविष्य में जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए इस संस्था की योजना के बारे में जानकारी दी. उन्होंने लोगों से बच्चों के लिए खिलौने और किताबें लेने का आग्रह किया। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता राज जोशी, भावना चौधरी समेत अन्य मौजूद रहे।

कूर्मांचल सांस्कृतिक एवं कल्याण परिषद 17 मार्च को सामूहिक होली मिलन समारोह धूमधाम से मनाएगा। इस बार 16 मार्च को घंटाघर से गांधी पार्क के बीच संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए सांस्कृतिक रैली भी निकाली जाएगी। परिषद की नवनियुक्त कार्यकारिणी की पहली बैठक जीएमएस रोड स्थित कूर्मांचल भवन में हुई। महासचिव गोविंद पांडेय सभा को बताया कि कुछ पदों के लिए नामांकन नहीं आए। उन पदों को विचार विमर्श के बाद कार्यकारिणी ने नामित किया है। जिसमें सर्व समिति से प्रचार प्रसार सचिव कुबेर सिंह तडागी, नथनपुर शाखा से सांस्कृतिक सचिव पुरुष हरीश मेहरा, कांवली शाखा से लेखा परीक्षक के लिए आरएस विरोडिया, कानूनी सलाहकार भगवान सिंह रावत, विजय बोड़ाई, वी बीरू बिष्ट को भी नामित किया गया। सामूहिक होली मिलन समारोह 17 मार्च को कूर्मांचल भवन में मनाया जाएगा।

सांस्कृतिक रैली 16 मार्च को गांधी पार्क से घंटाघर तक निकाली जाएगी। जिसमें महिलाएं लाल धारी वाली सफेद धोती व पुरुष सफेद कुर्ता पायजामा में रहेंगे। इसके अलावा इंदिरानगर शाखा का होली मिलन 14 मार्च, गढ़ी शाखा व कांवली शाखा का 10 मार्च, प्रेमनगर व धर्मपुर शाखा का होली मिलन कार्यक्रम 23 मार्च व माजरा शाखा का होली मिलन कार्यक्रम 24 मार्च को होगा। अध्यक्ष कमल रजवार ने केन्द्रीय कार्यकारिणी व सभी शाखा पदाधिकारियों से सदस्य संख्या बढ़ाने का अनुरोध किया। मौके पर प्रेमा तिवारी, चंद्रशेखर पंत, उत्तम अधिकारी, बबीता साह लोहानी, गायत्री ध्यानी, नंदन सिंह बिष्ट, हंसा धामी, भारती पान्डे मौजूद थे।