Bharat Bandh in Uttarakhand: जारी रहा धरना-प्रदर्शन का दौर, SC के आदेश को रद्द करने की मांग
1 min readउत्तराखंड में भी एससी- एसटी के आरक्षण में क्रिमीलेयर लागू करने को लेकर विरोध प्रदर्शन का दौर जारी रहा। इस दौरान पुलिस बल भी तैनात रहा। बुधवार को रुड़की में अनुसूचित जाति जनजाति के समस्त संगठनों के कार्यकर्ताओं ने आरक्षण को लेकर प्रदर्शन किया। रुड़की के नगर निगम पुल और मालवीय चौक से भीम आर्मी के कार्यकर्ता तहसील परिसर पहुंचे और वहां पर एएसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश को रद्द करने की मांग
कोटद्वार में अनुसूचित जाति जनजाति से जुड़े लोगों ने शैल शिल्पी संगठन के बैनर तले नगर में जुलूस प्रदर्शन किया। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के आदेश को रद्द करने की मांग की गई। टिहरी में एससी एसटी संगठन के पदाधिकारियों ने डीएम को ज्ञापन दिया। यहां बाजार खुले रहे। पौड़ी में अनुसूचित जाति से जुड़े लोगों की बैठक हुई। जबकि अन्य दिनों की तरह बाजार खुले रहे।
लोग सड़क पर उतरे
उत्तरकाशी में एससी एसटी के लोग सड़क पर उतर गए हैं। बाजार खुला रहा, छिट-पुट दुकानें ही बंद रहीं। काली कमली धर्मशाला से लेकर जिलाधिकारी कार्यालय तक जुलूस निकाला गया। जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को ज्ञापन भी भेजा गया। हरिद्वार में एससी/एसटी श्रेणियों में उपवर्गीकरण का अधिकार देने के विरोध में अनुसूचित जाति से जुड़े अलग-अलग संगठनों के लोग जिला मुख्यालय रोशनाबाद पहुंचे हैं। धरना देने के बाद अलग-अलग संगठनों ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपे।