मसूरी में आने वाले सैलानियों के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी, पोर्टल तैयार; जाम से मिलेगा छुटकारा
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उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड (यूटीडीबी) ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के दिशा-निर्देशों के अनुसार मसूरी आने वाले पर्यटकों के पंजीकरण के लिए पोर्टल तैयार किया है। इसमें मसूरी आने से पहले पर्यटकों को पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। इससे मसूरी की भोड़ और यातायात की वास्तविक (रिवल टाइम) जानकारी मिलेगी। पंजीकरण के आंकड़े लाइव होंगे, जिससे पुलिस व प्रशासन को भीड़ व यातायात नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा मसूरो के सभी प्रवेश द्वार पर आटोमैटिक नंवर प्लेट रिकगनीशन कैमरे (एएनपीआर) लगाए जाएंगे और चेक प्वाइंट बनेंगे। मसूरी में हर साल 20 लाख से अधिक पर्यटकों को आमद होती है। खासतौर पर पर्यटन सीजन में पर्यटकों का भारी हुजूम आता है। जिसे नियंत्रित करने में पुलिस और प्रशासन के भी पसीने छूटते हैं। मसूरी में सबसे अधिक समस्या वाहनों को पार्किंग के लिए होती है। इन सब को देखते हुए पिछले दिनों एनजीटी ने यूटीडोबी को मसूरी में पंजीकरण व्यवस्था शुरू करने के दिशा-निर्देश दिए थे। ताकि मसूरी की भीड़ व यातायात का पूर्वानुमान लगाया जा सके। साथ ही यहां क्षमता के अनुसार पर्यटक दाखिल हो। यूटीडीबी ने मसूरी आने वाले पर्यटकों के लिए पंजीकरण पोर्टल तैयार कर लिया है। वर्तमान में यूटीडीवी के अधिकारी मसूरी का सर्वे कर सभी बिंदुओं की जांच कर रहे हैं। यूटोडोबी का दया है कि सभी तैयारियां पूर्ण होने के चाद जल्द ही पंजीकरण व्यवस्था शुरू होगी। मसूरी आने वाले पर्यटकों की संख्या: साल 2022 में 11 लाख 73 हजार 66, 2023 में 14 लाख 71 हजार 924, 2024 में 21 लाख 34 हजार 626, इस साल मई तक छह लाख 46 हजार 64 पर्यटक पहुंच चुके हैं।
चेक प्वाइंट पर क्यूआर कोड प्रवेश पास का सत्यापन
पर्यटकों के प्रवाह को व्यवस्थित करने और पंजीकरण का सत्यापन करने के लिए मसूरी के मुख्य प्रवेश मागों पर तीन चेक प्वाइंट्स स्थापित होंगे। यह किमाही, केम्पटी फाल और कुठाल गेट पर बनेंगे। यहीं पर पर्यटकों को अपना आनलाइन क्यूआर कोड प्रवेश पास दिखाकर उसका सत्यापन कराना होगा और यहीं एएनपीआर कैमरे भी लगेगे।
ओटीपी और ई-मेल आधारित होगा पंजीकरण
आनलाइन पंजीकरण पोर्टल ओटीपी आधारित होगा। इसमें पंजीकरण करने के वाद भारतीय पर्यटकों के मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा और उसके अंक को पोर्टल में प्रस्तुत करना होगा। जबकि विदेशी पर्यटकों को यही ओटीपी ई-मेल पर प्राप्त होगा और उन्हें भी पोर्टल में इसे प्रस्तुत करना हेगा। पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद पर्यटकों को आनलाइन माध्यम से क्यूआर कोड आधारित प्रदेश पास मिलेगा।